Principal's Message
शिक्षाशास्त्रियों की नज़र में शिक्षा एक विचार, एक साहस व एक प्रक्रिया है जो मनुष्य को मनुष्य होने का अहसास करा सके तथा उनकी अंतर्निहित क्षमता को उजागर कर दें ! कहते है कि इंसान की महानता उन बहुत सी चिजो पर निर्भर नहीं करती है, जो वह इकठ्ठा करता है बल्कि उन थोडी सी चिजो पर निर्भर है जिनका वह ‘सृजन’ करता है ! “शिक्षा व्यक्ति की चेतना को जागृत कर उसे सृजन योग्य बनाती है” !
महाविद्यालय की वेबसाइट www.rntcollege.in आपकी (विद्यार्थियों की) सृजनात्मक क्षमता की अभिव्यक्ति, आपके विचारों, भावों, सोच एवं रुचियों का प्रतिबिम्ब है एवं महाविद्यालय की उपलब्धियों, विकास और गौरव गाथा को प्रदर्शित करती है |
शुभकामनाओ सहित......